कुरुक्षेत्र (अनिल धीमान): विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि किरमच राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों के लिए स्मार्ट क्लास रुप बनाए जाएंगे। इन स्मार्ट क्लास रुम में इंग्लिश मीडियम से शिक्षा दी जाएगी। इस स्कूल को अब सीबीएसई से मान्या मिलेंगी। इसके अलावा प्रत्येक कक्षा में 40 विद्यार्थी होंगे और स्कूल में 40 विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक की नियुक्ति होगी। इन तमाम सुविधाओं को उपलब्ध करवाने के लिए सरकार ने किरमच जीएसएसएस स्कूल को पीएमश्री संस्कृति मॉडल स्कूल बनाने की घोषणा की है। अहम पहलू यह है कि कुरुक्षेत्र जिले में बाबैन के मंगोली जाटान, लाडवा के जीएसएसएस लाडवा, पिहोवा के जीएसएसएस धूलगढ़ गुलडेहरा, शाहबाद में जीएसएसएस शाहबाद को संस्कृति मॉडल स्कूल बनाने के आदेश जारी किए है।
विधायक सुभाष सुधा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी थानेसर विधानसभा क्षेत्र में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के द्वितीय गेट के पास राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बाद अब गांव किरमच के जीएसएसएस स्कूल को संस्कृति मॉडल स्कूल बनाया है। इस स्कूल को अब सीबीएसई बोर्ड मान्यता मिलेंगी। इस स्कूल का प्रत्येक क्लास रूम स्मार्ट क्लास रुम बनाया जाएगा। प्रत्येक कक्षा में विद्यार्थियों की अधिकतम संख्या 40 होगी। इस स्कूल में 40 विद्यार्थियों के पीछे 1 शिक्षक की संख्या होगी। इस प्रकार स्कूल के संस्कृति मॉडल स्कूल बनने के बाद शिक्षकों की कोई कमी नहीं रहेगी। सभी विषयों के शिक्षकों की नियुक्ति की जाएंगी। इस स्कूल को सीबीएसई से एफिलेशन मिलने के बाद अगले सत्र से इस स्कूल में संस्कृति मॉडल स्कूल के नियमों के अनुसार शिक्षा दी जाएगी।
सरकार ने किरमच गांव के जीएसएसएस स्कूल को बनाया संस्कृति मॉडल स्कूल, सीबीएसई बोर्ड से मिलेगी स्कूल को मान्यता, शिक्षकों की नहीं होगी कमी, एक कक्षा में होंगे 40 बच्चे, विधायक ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का किया आभार व्यक्त
विधायक ने कहा कि इस संस्कृति मॉडल स्कूल में छात्र-छात्राएं एक साथ पढ़ सकेंगी और स्कूल में लाइब्रेरी, लेबोरेटरी सहित अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाएगा। इस स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए स्कूल प्रशासन की जो भी जरूरतें होंगी, उन जरूरतों के हिसाब से सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। इन तमाम सुविधाओं के लिए करोड़ों रुपए का बजट भी खर्च किया जा सकता है। विधायक ने कहा कि स्कूल में अच्छे से अच्छे शिक्षकों की नियुक्ति सरकार द्वारा की जाएगी। यह स्कूल निजी स्कूलों से भी अच्छी सुविधाएं और शिक्षा प्रदान करेगा। इस स्कूल से किरमच और आसपास के गांव के विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा। इस स्कूल के भवन का नव-निर्माण करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विशेष प्रयासों से करोड़ों रुपए का बजट उपलब्ध करवाया गया था।