कुरुक्षेत्र 26 सितंबर विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की सांस्कृतिक और पौराणिक विरासत का सहेजने में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के साथ-साथ शहर की धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं का अहम योगदान रहा है। इस पावन धरा पर अनेकों ऐसे मेले है जो आज समय के साथ लुप्त हो चुके है। इसी कड़ी में अब वामन द्वादशी मेले की प्राचीन परम्परा का फिर से शुरू किया गया है। यह एक अनोखा प्रयास है।
विधायक सुभाष सुधा वामन द्वादशी पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड व संस्थाओं के सहयोग से आयोजित सांस्कृतिक संध्या के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे। इससे पहले विधायक सुभाष सुधा केडीबी सीईओ अखिल पिलानी, केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल, श्री ब्राह्मण तीर्थोद्घार सभा के संरक्षक जय नारायण शर्मा, प्रधान श्याम सुंदर तिवारी, प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा, केडीबी सदस्य डा. ऋषिपाल मथाना, एमके मोदगिल, अशोक रोसा, कैप्टन परमजीत सिंह, पूर्व सदस्य राजेश शांडिल्य ने दीपशिखा प्रज्वलित करके विधिवत रूप से सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ किया। इस सांस्कृतिक संध्या के उपरांत सभी मेहमानों और आयोजकों ने सन्निहित सरोवर पर आरती में भाग लिया।
विधायक सुभाष सुधा ने वामन द्वादशी मेले की सांस्कृतिक संध्या का किया शुभारंभ, सन्निहित सरोवर पर की सायं कालीन आरती
विधायक ने नगर वासियों को वामन द्वादशी की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड, श्री ब्राह्मण तीर्थोद्घार सभा के साथ-साथ अन्य धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से लुप्त हो चुके वामन द्वादशी मेले का फिर से आयोजन करके एक अनोखी पहल की है। इस पहल से ना केवल कुरुक्षेत्र की पौराणिक और ऐतिहासिक संस्कृति को सहेजने का काम किया अपितु युवा पीढ़ी को कुरुक्षेत्र के इतिहास से आत्मसात करने का अवसर भी प्रदान किया है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से कुरुक्षेत्र पर्यटन और संस्कृति के क्षेत्र में ओर आगे बढेगा। उन्होंने आयोजकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाले समय में वामन द्वादशी मेले को और बड़े स्तर पर मनाया जाए ताकि यह मेला अपना पुराना स्वरूप धारण कर सके।