कुरुक्षेत्र 4 सितम्बर (संगीता ):- बीती जुलाई को आई बाढ़ की वजह से कुरुक्षेत्र जिले के हल्का थानेसर के गांव जोगनाखेड़ा, नरकातारी,गुलाबगढ़, बाहरी व अन्य आसपास के गांवों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई। जिसके बाद सरकार के आदेशानुसार जिला प्रशासन द्वारा विशेष गिरदावरी करवाई गई। लेकिन कुछ गांवों में गिरदावरी सही ढंग से न होने के चलते करीब एक दर्जन गांवों के किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के सहयोग से कुरुक्षेत्र लघु सचिवालय के बाहर उपायुक्त के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। गांव जोगनाखेड़ा की अगुवाई कर रहे किसान जगबीर जोगनाखेड़ा ने जिला प्रशासन पर सही ढंग से गिरदावरी न करवाने और किसानों के साथ भेदभाव करने की बात कही। जगबीर ने कहा कि गांव जोगनाखेड़ा,नरकातारी,गुलाबगढ़,बाहरी व अन्य आसपास के गांवों में तीन तीन बार फसल खराब हुई। करीब 10 से 15 फीट पानी खेतों में खड़ा रहा,घरों को नुकसान हुआ। लेकिन जिस जगह 100 प्रतिशत नुकसान हुआ वहां प्रशासन के द्वारा शून्य 0 से लेकर 24 प्रतिशत नुकसान दिखाया गया। और जहां कम नुकसान हुआ वहां 100 प्रतिशत नुकसान दिखाकर मुआवजा दिया जा रहा है। बता दें कि करीब 3 घण्टे किसानों ने डीसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इसके बाद उपायुक्त से किसानों की बातचीत हुई। उपायुक्त से मुलाकात के बात पत्रकारों से बातचीत करते हुए किसान जगबीर जोगनाखेड़ा ने बताया कि उपायुक्त ने आश्वासन दिया है कि जहां 0 से 24 प्रतिशत नुकसान दिखाया जा रहा है किसान उस भ्रम में न रहे। किसानों ने जो नुकसान पोर्टल पर डाल है। उसी अनुसार मुआवजा दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों,तहसीलदार और पटवारियों को भी आदेश दिए गए है कि किसानों की सभी समस्याओं को सुने और यदि कोई खामियां है उन्हें तुरंत प्रभाव से दूर करने का काम करें।
वही जगबीर ने कहा कि किसानों ने जिला प्रशासन को सख्त लहजे में चेतावनी भी दी है। अगर 11 सितम्बर तक किसानों की समस्याओं को नही सुना गया तो सभी गांव के किसान भारी संख्या में इक्कठा होकर दोबारा से प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
इस मौके पर संजीव आलमपुर,राजेश बूरा किरमच,विपन आलमपुर,रविंदर चंद्रभानपुर,दिलबाग सिंह,संजू नंबरदार,जय भगवान,मनोज,नरेंद्र,सूरजमल,चंद्रभान,सुभाष सैनी,महावीर,मंगत राम सैनी,दारा सिंह,नरेंद्र, सतपाल,रामदयाल,पवन, अश्वनी सैनी,अमरजीत,रवि सैनी,करनैल,राजबीर,जसबीर,रिंकू,राजपाल चहल,विक्रम,अमित,पुष्पा चौधरी सहित कई ग्रामीण व किसान मौजूद रहे।