कुरुक्षेत्र (अनिल धीमान): विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने मिशन बुनियाद के अंतर्गत आयोजित बुनियाद लेवल 3 की परीक्षा का परिणाम शनिवार को देर शाम घोषित कर दिया। जिला विज्ञान विशेषज्ञ एवं नोडल अधिकारी डॉ तरसेम कौशिक ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2023-25 के लिए जिला कुरुक्षेत्र से बुनियाद कार्यक्रम के लिए 199 विद्यार्थियों का चयन किया गया है तथा 28 विद्यार्थियों को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। डॉ तरसेम कौशिक ने बताया कि बुनियाद कार्यक्रम का उद्देश्य राजकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को कक्षा नौवीं से ही नीट, एनडीए तथा जेईई मेंस इत्यादि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करना है। डॉक्टर तरसेम कौशिक ने बताया कि जिला कुरुक्षेत्र में कुल पांच बुनियाद केंद्र स्थापित किए गए हैं जिसमें राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुरुक्षेत्र, राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय इस्माईलाबाद, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पिहोवा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय लाडवा तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय शाहबाद मारकंडा शामिल हैं। सभी चयनित विद्यार्थियों को गुरुग्राम एवं रेवाड़ी स्थित विकल्प संस्थान के मुख्यालय से ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाया जाएगा।
जिला शिक्षा अधिकारी रोहतास वर्मा ने सभी चयनित विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा विभाग ग्रामीण परिवेश के विद्यार्थियों को भी शिक्षा के क्षेत्र में वही अवसर प्रदान कर रहा है जो अवसर निजी विद्यालयों के विद्यार्थियों को उपलब्ध होते हैं। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे खूब मेहनत करें तथा अपने लक्ष्य को निर्धारित कर जीवन में उन्नति के शिखर पर पहुंचे तथा अपना व अपने देश का नाम रोशन करें। डॉक्टर तरसेम कौशिक ने बताया कि बुनियाद कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों को कक्षा नौवीं से ही प्रतियोगी परीक्षाओं तैयारी करवाई जाती है तथा तत्पश्चात विद्यार्थियों को सुपर-100 कार्यक्रम के माध्यम से दो वर्ष की पूर्णतया निशुल्क आवासीय कोचिंग दी जाती है ताकि विद्यार्थियों का चयन एनआईटी, आई, एनडीए जैसे उच्च कोटि के शिक्षण संस्थानों में हो सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा बुनियाद कार्यक्रम में चयनित विद्यार्थियों को स्टेशनरी, वर्दी, परिवहन भत्ता तथा टैबलेट प्रदान किए जाते हैं ताकि ग्रामीण अंचल में पढ़ रहे विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की आर्थिक कठिनाइयों का सामना न करना पड़े तथा वे भी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के इस युग में प्रदेश व देश की उन्नति में अपना योगदान दे सकें।