कुरुक्षेत्र : हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा आयोजित प्रदेश के स्कूलों में कार्यरत वोकेशनल टीचर्स की कार्यशाला मंगलवार को टेरी इंजीनियरिंग कालेज में शुरू हुई। व्यावसायिक शिक्षकों व प्रशिक्षकों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन श्री विश्वकर्मा स्किल विश्वविद्यालय के सहयोग से किया जा रहा है। कार्यशाला का उद्घाटन कौशल विश्वविद्यालय के योग्यता निर्माण विभाग के उप निदेशक डॉ राज कुमार ने किया। कार्यशाला में कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद, गुरुग्राम, हिसार, रोहतक और पानीपत जिलों के लगभग 250 वोकेशनल टीचर्स भाग ले रहे हैं। कार्यशाला पांच दिन तक चलेगी।
उद्घाटन अवसर पर डॉ राज कुमार ने कहा कि हरियाणा सरकार ने शिक्षा को सीधे तौर पर जोड़ने के लिए अनूठी पहल की है। स्कूल स्तर पर जहाँ 12 विभिन्न क्षेत्रों की व्यावसायिक दक्षता विद्यार्थियों को दी जा रही है, वहीं पहली स्किल यूनिवर्सिटी शुरू की गई है। ऐसे प्रशिक्षण प्राप्त कर न केवल स्वयं रोजगार पा रहे हैं बल्कि अपना व्यवसाय शुरू कर औरों को रोजगार दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनएसक्यूएफ प्रशिक्षण एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को वांछित योग्यता स्तर हासिल करने में सक्षम बनाता है। राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचा ज्ञान, कौशल और योग्यता के स्तरों की एक श्रृंखला के अनुसार योग्यता का प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि कार्यशाला में आए सभी अध्यापक विशेषज्ञों द्वारा दी रही जानकारियों को न केवल बारीकी से सीखें व ग्रहण कर बल्कि अपने विद्यालयों में जाकर लागू भी करें जिससे विद्यार्थियों की दक्षता और बढे।
डॉ राजकुमार ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 कौशल विकास पर ध्यान देती है और शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाने पर जोर देती है। यह हम सब की जिम्मेदारी है कि नई शिक्षा नीति की सफलता व रोजगारपरक शिक्षा के लिए पूरी ईमानदारी से प्रयास करें। उदघाटन कार्यक्रम का संचालन सतबीर कौशिक ने किया और समग्र शिक्षा के सहायक परियोजना समन्वयक संजय कौशिक ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर एपीसी डॉ कृष्णा कुमारी, सुनील कौशिश, जसविंद्र शर्मा, गिरधारी लाल, प्यारे लाल, सुदर्शन, महिंद्र सिंह, टेक्निकल कोऑर्डिनेटर रीना रानी व अलका मेहता सहित अनेक विभागीय अधिकारी मौजूद थे। प्रभारी एपीसी संजय कौशिक ने बताया कि कार्यशाला में ऑटोमोबाइल, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, शारीरिक शिक्षा व खेल, ब्यूटी एंड वैलनेस ट्रेड से जुड़े अध्यापक भाग ले रहे हैं। यह आवासीय कार्यशाला है और सभी प्रशिक्षणार्थियों के रहने व खाने पीने की व्यवस्था टेरी के छात्रावास में की गई है। आवास, भोजन, प्रशिक्षण, तकनीकी सहायता आदि के लिए कमेटियों का गठन किया गया है और हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ रविन्द्र कुमार, कुश भारद्वाज, पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ की डॉ पूजा अरोड़ा और डॉ एसके आनन्द की टीम वोकेशनल टीचर्स को प्रशिक्षण देगी।
जिला परियोजना समन्वयक विनोद कौशिक ने बताया कि हरियाणा में व्यावसायिक शिक्षा 1186 स्कूलों में सफलतापूर्वक लागू की जा रही है। विभिन्न 15 सेक्टरों में नामांकित छात्रों डेढ़ लाख से अधिक विद्यार्थियों को इसका लाभ मिल रहा है। यह प्रशिक्षण शिक्षकों की उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने, उनके बेहतर प्रदर्शन और पेशेवर विकास में लाभदायक सिद्ध होगा। समन्वयक विनोद कौशिक ने बताया कि पिछले दिनों एचसीएल में जिले 23 विद्यार्थी चयनित हुए हैं। शिक्षा मंत्री ने जिला में तीन इंक्यूबेशन केंद्रों का ऑनलाइन माध्यम से उद्घाटन किया था। इनमें से ऑटोमोबाइल विषय का केंद्र खऱीण्डवा, ब्यूटी एंड वेलनेस केंद्र मथाना और आईटी विषय का राजकीय विद्यालय दूधला मोरथला शामिल हैं।