कुरुक्षेत्र,अनिल धीमान, 22 नवंबर : आरएसएस के प्रांत प्रचारक विजय ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में कर्म करने का संदेश देती है। इस ग्रंथ के प्रत्येक श्लोक को स्मरण करने से मन को अध्यात्मिक शांति का अनुभव होता। श्रीकृष्ण ने मोहग्रस्त अर्जुन को गीता का संदेश देते हुए कहा कि फल चिंता छोडक़र सिर्फ अपना कर्म कर, कर्म करने से ही तेरा उद्घार होगा। विश्व कल्याण के लिए सभी को पवित्र ग्रंथ गीता का अनुसरण करना होगा। इस ग्रंथ में विश्व की तमाम समस्याओं का हल करने का मार्ग दिखाया गया है। इस ग्रंथ के एक-एक शब्द से शिक्षा और संस्कार ग्रहण होते है।
प्रांत प्रचारक विजय मंगलवार को देर सायं ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में महोत्सव के गीता महाआरती कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रुप में बोल रहे थे। इससे पहले प्रांत प्रचारक विजय, सांसद नायब सिंह सैनी की धर्मपत्नी सुमन, नगर परिषद की निवर्तमान अध्यक्षा उमा सुधा, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, द ग्रेट खली दलीप सिंह, सांसद के कार्यालय प्रभारी कैलाश सैनी, नारायणगढ़ नपा के चेयरमैन अमित आलुवालिया, नारायणगढ़ से पार्षद कुलदीप, परमजीत कश्यप, मनीष, राजीव, परमिंद्र कौर, नवीन सहित अन्य गणमान्य लोगों ने अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव पर ब्रहमसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत रुप से महाआरती का शुभारम्भ भी किया। इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया।
सांसद की धर्मपत्नी सुमन व निवर्तमान अध्यक्षा ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता में संसार की हर समस्या का समाधान निहित है। इसलिए अपने तमाम समस्याओं के समाधान और देश की स्मृद्घि के लिए गीता के श्लौकों को अपने जीवन में धारण करना चाहिए। जो व्यक्ति गीता के उपदेशों को धारण करेगा वह अपना जीवन सफल बना लेगा। पवित्र ब्रहमसरोवर के तट पर गीता महाआरती से कर्म करने की शक्ति मिलती है, इस शक्ति से समाज सेवा में अपना योगदान दिया जा सकता है। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को कर्म करने का संदेश लेने के लिए कुरुक्षेत्र की भूमि पर जरुर आना चाहिए। इस कार्यक्रम के अंत में केडीबी की तरफ से सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।