कुरुक्षेत्र 19 अक्टूबर(अनिल धीमान):उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2022 में प्रशासन का प्रयास रहेगा कि मुख्य मंच के साथ-साथ अन्य मंचों पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां पवित्र ग्रंथ गीता देशभक्ति और अन्य सामाजिक मुद्दों पर आधारित होंगी। इन विषयों को जहन में रखकर ही आगामी कुछ दिनों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अंतिम सूची तैयार कर ली जाएगी। इस महोत्सव में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां मुख्य पंडाल और पुरुषोत्तमपुरा बाग के साथ-साथ ब्रह्मसरोवर के घाटों और 75 तीर्थों पर होगी।
उपायुक्त शांतनु शर्मा बुधवार को लघु सचिवालय उपायुक्त कार्यालय में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रमों को लेकर अधिकारियों की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले उपायुक्त शांतनु शर्मा, एडीसी अखिल पिलानी, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, सीईओ चंद्रकांत कटारिया, हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय बसीन, केडीबी के सदस्य सौरभ चौधरी, विजय नरुला, एनजेडसीसी के अधिकारी रविंद्र शर्मा, भूपेंद्र सिंह, डीआईपीआरओ डा. नरेंद्र सिंह ने कुरुक्षेत्र में 19 नवंबर 6 दिसंबर 2022 तक आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रमों के चयन पर विस्तार से चर्चा की है। इस चर्चा के दौरान पुरुषोत्तमपुरा बाग में सुबह 11 बजे से सायं 5 बजे तक तथा विशेष पंडाल में सायं 6.30 बजे से लेकर 8.30 बजे तक, ब्रह्मसरोवर के आरती स्थल पर भजन संध्या सायं 5 बजे से लेकर 6 बजे तक और द्रौपदी कूप में बनने वाले हरियाणा पैवेलियन में हरियाणवी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए सूची तैयार करने का प्रस्ताव पारित किया गया है।
48 कोस के 75 तीर्थों पर भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी होगा आयोजन, उपायुक्त शांतनु शर्मा ने महोत्सव के लिए आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के दिए आदेश
उन्होंने कहा कि इस वर्ष पुरुषोत्तमपुरा बाग में हरियाणा पवेलियन स्थापित किया जाएगा और इस मंच पर दोपहर के समय के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस मंच पर सुबह के समय 4 और सायं के समय 2 सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी और हरियाणा पैवेलियन में नियमित रूप से हरियाणवी लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन चलेगा। यह कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में 29 नवंबर से 6 दिसंबर तक आयोजित होंगे। इसके अलावा ब्रह्मसरोवर के घाटों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन 19 नवंबर 6 दिसंबर 2022 तक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरती से पहले भजन संध्या का भी आयोजन किया जाएगा। इस भजन संध्या के लिए भी कलाकारों का चयन किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कुरुक्षेत्र 48 कोस के 75 तीर्थों पर भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन करने की रूपरेखा तैयार की जा रही है। इन आयोजनों की जिम्मेवारी सम्बन्धित जिला के उपायुक्त को सौंपी जाएगी।