कुरुक्षेत्र, 8 मई (डिस्कवरी टाइम्स): मेक इन इंडिया राष्ट्रीय अवार्डी एवं क्रिएटिव आर्टिस्ट फोटोग्राफर लिप्पी परिदा ने कहा कि देश की भावी पीढ़ी को संस्कृति और संस्कारों का ज्ञान देना जरूरी है। इस देश की भावी पीढ़ी बच्चों को स्कूली स्तर इस प्रकार की शिक्षा देनी चाहिए। इस प्रकार की शिल्पकला प्रदर्शनी व वर्कशाप जैसे कार्यक्रमों से बच्चों को बहुत सीखने का अवसर मिलता है।
राष्ट्रीय अवार्डी लिप्पी परिदा रविवार को मदर डे पर सेंट थामस स्कूल के प्रांगण में आयोजित राष्ट्रीय शिल्पकला प्रर्दशनी एवं वर्कशाप के उद्घाटन समारोह में बोल रही थी। इससे पहले राष्ट्रीय अवाडऱ्ी लिप्पी परिदा, स्कूल की प्रबंधक निदेशिका अंजली परवाह, प्रर्दशनी की संयोजिका सोनिका रावत, आरती सूरी, लक्ष्मी अरोड़ा, समीना चिब, मधु केसरी, जसविंदर कौर, रोटरी क्लब प्रधान ऋतु, जितेंद्र ढींगरा ने दीप शिका प्रज्ज्वलित करके विधिवत रुप से राष्ट्रीय शिल्पकला प्रर्दशनी एवं वर्कशाप का उद्घाटन किया। इसके उपरांत सभी मेहमानों ने प्रर्दशनी का अवलोकन किया और विभिन्न प्रदेशों से आए शिल्पकलों से बातचीत की और हाथ से बने उत्पादों को खरीदा भी। सभी मेहमानों ने शिल्पकला की जमकर प्रशंसा की है।
सेंट थॉमस स्कूल की एम डी अंजली मरवाह ने मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि स्कूल के विद्यार्थियों को देश की संस्कृति से रूबरू करवाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय शिल्प कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। इस प्रकार के कार्यक्रमों का भविष्य में भी आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शन की रूपरेखा शिल्पकार प्रंशात ने बनाई जबकि शिल्पकारों को प्रोत्साहित करने के लिए स्कूल प्रबंधकों व स्टाफ ने भी नि रात एक करके शिल्पकारों का हौसला बढ़ाने के लिए इस प्रकार का प्लेटफार्म मुहैया करवाया है। इस शिल्पकला प्रर्दशनी में राजस्थान से इमरान अली कोटा डोरिया के शिल्पकार, उत्तराखंड से अभय नेचुरल आयल, बिहार से खेता राम की भागलपुर साड़ी, गुजरात से श्याम जी वन्कार दुपट्टा एवं वेस्ट बंगाल से मीता पाल जामदारी लेकर धर्म नगरी में पहुंचें। इन शिल्पकारों की कला की सभी प्रशंसा की है।
उन्होंने कहा कि इस प्रर्दशनी को सफल बनाने के लिए उत्तराखंड से आई सोनिका रावत व आरती सूरी के योगदान को भी कभी बुलाया नहीं जा सकेंगा। पहली बार इंटरनेशनल एनजीओ बेयर फुट इंटरनेशनल (बीसीआई) भी बच्चों के लिए सुपर फाइव न्यूट्रिशन,शहद सहित अन्य उत्पाद लेकर पहुंची है। उन्होंने कहा कि सेंट थॉमस स्कूल के प्रांगण में थोरी संस्थान के तत्वाधान में एक ही छत के नीचे विभिन्न प्रदेशों की शिल्पकला का अनोखा संगम पहली बार देखने को मिला। इस शिल्पकला को देखने के साथ-साथ लोग सीधा शिल्पकारों से उनके हाथ से बनाएं गए उत्पादों को खरीदा है।
मदर डे पर सेंट थॉमस स्कूल में राष्ट्रीय अवार्डी लिप्पी परिदा ने किया राष्ट्रीय शिल्प कला प्रदर्शनी का उद्घाटन, लोगों व स्कूली बच्चों ने देखा और सीखा राष्ट्रीय शिल्पकला को, महिलाओं ने की खूब खरीदारी