कुरुक्षेत्र 12 जनवरी 2022 ( मंजुला ) :जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कुरूक्षेत्र द्वारा महिलाओं के कानूनी अधिकार और सामान्य परामर्श पर डीएन कॉलेज कुरुक्षेत्र की छात्राओं के लिए पर एक वेबिनार आयोजित किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कुरूक्षेत्र के सचिव एवं सीजेएम दुष्यंत चौधरी ने इस वेबीनार में रिसोर्स पर्सन की भूमिका निभाई और उन्होंने छात्राओ को संबोधित किया और उनके प्रश्नों पर व्यक्तिगत रूप से बातचीत की। लड़कियां बहुत उत्सुक थीं और अपने प्रश्न पूछती थीं। इस वेबिनार में लीगल लिटरेसी क्लब की इंचार्ज सुश्री सपना अरोड़ा भी शामिल थी। बच्चों ने जीवन से संबंधित जज साहब से प्रशन पूछे। महिलाओं को किसी भी मानव सभ्यता की नींव माना जाता है, उनके बिना किसी भी सभ्य समाज की कल्पना कोरी है। ऐसे में आधुनिक समाज में महिलाओं को सशक्तिकरण और उन्हें और आजादी पाने का पुरुषों की तुलना में अधिक आवश्यकता है। महिलाओं के अधिकारों को लेकर हमेशा से ही अलग चर्चा होती रही है। महिलाओं को बिना किसी रोक टोक के अपने निर्णय स्वयं लेने के लिए सशक्त बनाना और उन्हें पुरुषों के बराबर मानना राष्ट्र की सर्वांगीण प्रगति के लिए अनिवार्य है। हमारा संविधान अपने सभी नागरिकों को बिना किसी भेदभाव के समानता की अधिकार की गारंटी देता है। जिसके अनुसार यहां किसी भी नागरिक के साथ रंग, धर्म, लिंग, क्षेत्र, भाषा आदि के आधार पर असमान व्यवहार करने की मनाही है। इसके बावजूद भारत में लैंगिक भेदभाव लगातार चला आ रहा है।