कुरुक्षेत्र 19 दिसंबर:अदिति वन सूर्यकुंड तीर्थ पर शुरू हुई साप्ताहिक श्रीमद् भागवत कथा में कथा वाचक श्री रोहित गोपाल भैया ने संगीतमयी कथा से श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा जीवात्मा को मोक्ष प्रदान करती है। यदि हम श्रद्धा से श्रीमद्भागवत कथा श्रवण करते हैं तो हमें पापों से मुक्ति मिलती है।
इस अवसर पर मुख्य यजमान के रूप में पहुंचे सरस्वती हेरिटेज विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धूमन सिंह किरमिच ने अभिमन्युपुर के तीर्थों पर लिखित सूर्यकुंड महातम्य पुस्तक का विमोचन किया। यह पुस्तक पंडित शादी राम वैद्य द्वारा लिखी गई थी इसके नए संस्करण को आज जारी किया गया। इस पुस्तक में सूर्य कुंड सहित अभिमन्युपुर के कई अन्य तीर्थ स्थलों का संपूर्ण वर्णन है। धूमन सिंह किरमच ने कहा कि सूर्य कुंड अत्यंत प्राचीन एवं महत्वपूर्ण स्थल है और इसके अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण तीर्थ है, जिसमें कोशिकी नदी के तट पर मानसी गंगा का तीर्थ भी शामिल है।
संगीतमयी कथा ने किए श्रद्धालु भाव विभोर
अभिमन्युपुर के तीर्थों पर आधारित पुस्तक सूर्यकुंड महात्म्य का किया गया विमोचन
कौशिकी नदी सरस्वती नदी की सहायक नदी होती थी। इसलिए अमीन का प्रत्यक्ष तौर पर सरस्वती के साथ भी संबंध है। इन तीर्थ के विकास के लिए सरस्वती हेरिटेज विकास बोर्ड भी अपने स्तर पर प्रयास करेगा। श्रीमद् भागवत कथा के आयोजक स्वामी विप्र दास महाराज ने आए हुए श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि अदिति वन सूर्यकुंड के तीर्थ पर भागवत कथा का पुण्य कई गुना फलित होगा, क्योंकि यह महाभारत भूमि से जुड़ा हुआ पौराणिक तीर्थ स्थल है। स्वामी विप्र दास ने बताया कि यह कथा 24 दिसंबर तक चलेगी और 25 दिसंबर को हवन एवं भंडारा आयोजित किया जाएगा।