कुरुक्षेत्र 31 जुलाई: अमर शहीद सरदार उधम सिंह के सर्वोच्च बलिदान और उनका मातृभूमि के प्रति समर्पण व त्याग को देश सदैव याद रखेगा। सभी को देश की अस्मिता और गौरव को बनाए रखने के लिए ऐसे महान क्रांतिकारियों की शहादत और त्याग से प्रेरणा लेनी चाहिए और राष्ट्र निर्माण के लिए आगे आना चाहिए। शहीदों की शहादतें हमें हमारी समृद्ध विरासत और महान परंपरा की याद दिलाती है। उनके द्वारा दिखाए गए त्याग, बलिदान और देशभक्ति के मार्ग पर चलकर ही हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते है। सांसद नायब सिंह सैनी व विधायक सुभाष सुधा ने शनिवार को शहीद उधम सिंह चौंक पर पहुंचकर अमर शहीद सरदार उधम सिंह के शहीदी दिवस पर उनकी मूर्ति को फुल मालाएं पहनकार नमन किया और अपनी श्रद्घाजंलि अर्पित की है।
सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि युवा पीढ़ी को महनत और लग्र के साथ काम करने की जरुरत है। सभी को देश की आन-बान-शान हेतू कुर्बानी देने के लिए तैयार रहना चाहिए। सांसद ने शहीद उधम सिंह के बहादुरी के किस्सों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शहीद उधम सिंह जैसे वीर सपूतों के कारण हमें आजादी मिली है। इस आजादी को बरकरार रखने के लिए देश की माटी के लिए जीना होगा। इस प्रकार के अवसरों पर अच्छे काम करने का संकल्प लेना होगा। सभी को शहीदों के बलिदान और जन्म दिवस पर एक-एक पौधा लगाना, रक्तदान शिविरों जैसे कार्यक्रम का आयोजन करके मानवता की सेवा कर इन शहीदों को सच्ची श्रद्घाजंलि देनी होगी। जब हम देश के लिए शहीद हुए वीर सपूतों के मार्ग पर चलेंगे तो निश्चित ही शहीदों द्वारा देश के लिए देखे गए सपनों को साकार कर सकेंगे।
सांसद नायब सिंह सैनी व विधायक सुभाष सुधा ने शहीद उधम सिंह को दी श्रद्घाजंलि, शहीदों केदिखाए मार्ग पर चलकर ही शहीदों के सपनों के भारत का किया जा सकता है निर्माण
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि देश की माताओं नेे वीर सपूतों को जन्म दिया और उन सपूतों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया। इन्हीं में से एक वीर पंजाब के छोटे से कस्बे सुनाम में जन्म लेने वाले उधम सिंह ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में गोलियों से मारे गए हजारों निर्दोष लोगों के खून का बदला लेने का संकल्प किया और बड़े होकर लंदन में जरनल डायर को गोलियों से भूनकर बदला लेने का काम किया। शहीद उधम सिंह ने देश की आजादी के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर कर दिया। अमर शहीद सरदार उधम सिंह ने वन मैन आर्मी के तौर पर कार्य करते हुए जलियांवाला बाग के नरसंहार में निर्दोष देशवासियों की शहादत का लंदन जाकर बदला लिया था। देश के सभी युवाओं को ऐसे महान शहीदों के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।