महानिदेशक डा. अर्जुन सिंह सैनी ने कहा कि यह एशिया महाद्वीप का पहला केन्द्र है जो मधुमक्खी पालन के लिए भारत एवं इजराईल के सहयोग से वर्ष 2017-18 में बनाया गया था। इस केन्द्र की स्थापना का मुख्य उद्देश्य आधुनिक तकनीकों व संयंत्रो के उपयोग से मधुमक्खी व्यवसाय को वाणिज्य स्तर पर शहद उत्पादन बढ़ाना है। इसके साथ ही स्वस्थ व बीमारी रहित मधुमक्खी कालोनियो के रख रखाव के लिए प्रबन्धन प्रर्दशन लगाना, शहद निकालने भण्डारण, प्रसंस्करण, टेस्टिंग, पैकेजिंग व राष्ट्रीय एंव अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर इसके विपणन को बढ़ाना है। उन्होंने हरियाणा सरकार द्वारा मधुमक्खी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए दी जाने वाली मूल-भूत सुविधाओं के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने एससीएस को जानकारी देते हुए कहा कि इस केन्द्र पर स्थापित हनी क्वाल्टी कन्ट्रोल लैब को अपडेट किया जाएगा और हनी मण्डी की स्थापना की जाएगी। इसके साथ-साथ स्कूली बच्चों को मधुमक्खी पालन से सम्बन्धित जानकारी देने के लिए इस केन्द्र पर मधुमक्खी पार्क का निर्माण किया गया है।
कुरुक्षेत्र,शाहबाद 5 अप्रैल:हरियाणा कृषि एवं कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. सुमिता मिश्रा ने कहा कि देश के एकमात्र एकीकृत मधुमक्खी पालन केन्द्र से किसानों की आय में इजाफा हो रहा है। इस प्रशिक्षण केन्द्र से लगातार किसानों को मधुमक्खी पालन के बारे में प्रशिक्षित किया जा रहा है। यहां से प्रशिक्षण लेने के उपरांत अपना व्यवसास कर अधिक आय अर्जित कर रहे है।
वे सोमवार को देर सायं जीटी रोड़ गांव रामनगर में एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केन्द्र का औचक निरीक्षण करने के उपरांत अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रही थी। इससे पहले एससीएस डा. समिता मिश्रा, हरियाणा उद्यान विभाग के महानिदेशक डा. अर्जुन सिंह सैनी, बागवानी विभाग के संयुक्त निदेशक डा. मनोज कुमार कुंडू, उपनिदेशक डा. बिल्लू यादव ने एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केन्द्र के हर कक्ष का निरीक्षण किया। एससीए सुमिता मिश्रा ने कहा कि बागवानी विभाग किसानों को हर वह संभव मदद मुहैया करा रहा है। जिसके द्वारा किसान अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं। इस मदद में विभाग द्वारा किसानों को उच्च गुणवत्ता की सब्जियों की पौध एवं बीज, संरक्षित खेती का प्रशिक्षण एवं विभिन्न योजनाओं पर अनुदान उपलब्ध करवाना है। किसान परम्परागत खेती से हटकर बागवानी की तरफ अपना रूझान बढ़ाएं इसको लेकर विभाग के अधिकारी किसानों में जागरूकता लाए। इसके पश्चात एससीएस ने केन्द्र पर स्थापित शहद प्रसंस्करण इकाई, छत्ता निर्माण इकाई, वैल्यु एडिशन ऑफ हनी लैब व क्वाल्टी कन्ट्रोल लैब का भ्रमण किया और इस दौरान केन्द्र पर अन्य विभिन्न सुधार करने के सुझाव दिये गये। अन्त में केन्द्र पर स्थापित मौन पेटिका निर्माण इकाई में निर्मित उच्च गुणवत्ता के मधुमक्खी के बक्सों को देखा। इसके साथ-2 मधुमक्खी किसान उत्पादक संगठन के शहद बिक्री केन्द्र का दौरा किया तथा कॉम्ब हॅनी का भी स्वाद चखा व संगठन की कार्य प्रणाली व बागवानी विभाग द्वारा दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की है।