कुरुक्षेत्र 6 अप्रैल: अतिरिक्त उपायुक्त प्रीति ने कहा कि कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को रोकना होगा। इसके लिए अब स्कूलों पर सबसे ज्यादा फोकस करने की जररुत है, क्योंकि कुरुक्षेत्र में अब अधिकतर पाजिटिव केस स्कूली विद्यार्थियों के आ रहे है। इसलिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को विद्यार्थियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पुख्ता प्रबंध करने होंगे। इसके अलावा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूलों का औचक निरीक्षण करना होगा और स्कूलों में कोविड-19 की गाईडलाईंस की सख्ती से पालना करवानी होगी।
एडीसी मंगलवार को देर सायं कुरुक्षेत्र विश्विद्यालय द्वितीय गेट के पास राजकीय सीनियर मॉडल सकेंडरी स्कूल के सभागार में शिक्षा विभाग व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक को सम्बोधित कर रही थी। इससे पहले एडीसी ने सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह जनवरी माह से अप्रैल माह तक स्कूलों में आएं पॉजिटिव केसों के बारे में फीडबैक रिपोर्ट हासिल की तथा जिला शिक्षा अधिकारी अरूण आश्री से स्कूलों में कोरोना वायरस की रोकथाम बारे में जानकारी ली है। एडीसी ने कहा कि कोरोना महामारी के केस लगातार बढ़ रहे है इसलिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अपनी पूरी तैयारी रखनी होगी और अन्य सम्बन्धित विभागों को स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम करना होगा ताकि इस योजना को कोरोना के बढ़ रहे केसों को न केवल कम किया जाए अपितू कोरोना महामारी को समाप्त करने के प्रयास किए जा सके। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूलों पर सबसे ज्यादा फोकस करने की जरुरत है, क्योंकि अब अधिकतर पाजिटिव केस स्कूल के विद्यार्थी है।
उन्होंनेे कहा कि सभी स्कूलों के प्रवेश द्वार पर बच्चों को मास्क लगाना सुनिश्चित किया जाए, थर्मल स्केनिंग की जाए, सेनिटाईजर का प्रयोग किया जाए और सामाजिक दूरियों जैसे नियमों की पालना करवाई जाए। अगर किसी स्कूल में विद्यार्थी को खांसी, जुखाम, बुखार या अन्य लक्षण है, उसका सही चैकअप करवाने के बाद घर में आईसोलेट किया जाए और शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों की चैकिंग का शैडयूल भी तैयार करे तथा स्कूलों सेे अधिक से अधिक सैम्पल भी एकत्रित किए जाए। सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने कहा कि स्कूलों में जनवरी, फरवरी माह में कोरोना पॉजिटिव केसों की संख्या बढ़ी लेकिन मार्च माह में पॉजिटिव केसों की संख्या में कमी भी आई, लेकिन 5 अप्रैल को 170 में से 80 बच्चें कोरोना पॉजिटिव पाएं गए और 6 अप्रैल को भी 101 में से 41 विद्यार्थी पॉजिटिव है, इसलिए यह एक चिंता का विषय है। सभी स्कूलों में अधिक से अधिक विद्यार्थियों की सैम्पलिंग करवाई जाए ताकि सैम्पलिंग केस सामने आ सके।
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग को स्कूलों में विद्यार्थियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए पुख्ता प्रबंध करने होंगे ताकि विद्यार्थियों के कोरोना संक्रमण के बढ़ते केसों पर लगाम लगाई जा सके। इसके साथ-साथ शिक्षा विभाग प्रत्येक सप्ताह स्कूलों के प्रिंसीपलों की एक बैठक का आयोजन करेंगे। मास्क को जन आंदोलन बनाकर लोगों में जागरुकता लाई जाए। इसके लिए सभी विभाग मिलकर कार्य करेंगे और पुलिस व अन्य सम्बन्धित विभाग बिना मास्क वालों के चालान करे ताकि आमजन में जागरुकता लाई जा सके। जिला शिक्षा अधिकारी अरुण आश्री ने कहा कि सभी स्कूलों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए है और अब स्कूलों पर ओर अधिक फोकस किया जाएगा। इस कार्यक्रम में डा. कृष्ण दत्त ने पॉवर प्रेजेंटेशन से स्कूलों में कोरोना की वास्तिविक स्थिति पर प्रकाश डाला।