"सौभाग्य से आज स्वामी सचिदानंद गिरि जी महाराज की भी 49 वीं पुण्यतिथि है"
श्री डेरा समाधा यह वही स्थान है जहाँ पर कभी संत महात्माओं ने जिंदा समाधि ली थी। श्री डेरा समाधा की इतनी मान्यता है कि इस स्थान पर सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होती है डेरे से जुड़े विदेशों में बसे भारतीय भी समय समय पर डेरे पर परिवार सहित अपनी मन्नते पूरी होने पर माथा टेकने आते है आस पास के लागले गांव व पूरे इलाके में श्रद्धालुओं की डेरे के प्रति पूर्ण श्रद्धा भाव है।
श्रद्धालुओं द्वारा बताया गया कि डेरे द्वारा कभी किसी श्रद्धालु को निराशा नही मिली।
महामंडलेश्वर स्वामी विद्यागिरि जी महाराज की देखरेख में डेरे में जहाँ जनकल्याण की भावना से धार्मिक आयोजन होते है। वही समाज के जरूरतमंद व्यक्तियों शिक्षा चिकित्सा का भी पूरा ध्यान रखा जाता है। महामंडलेश्वर स्वामी विद्यागिरि जी महाराज ने कहा कि संत समाज का जीवन जनकल्याण के प्रति समर्पित होता है। महामंडलेश्वर जी महाराज द्वारा विश्व मे अमन चैन सुख शांति और सभी के उज्ज्वल भविष्य ओर भयंकर बीमारियों के निवारण के लिये महाराज श्री जी के सानिध्य में अनुष्ठान होते रहते है।
आज के कार्यक्रम में सभी संत महात्माओं की श्रद्धालुओं द्वारा आरती व पूजा अर्चना की गई।
इस अवसर पर भारत साधुसमाज के प्रदेशाध्यक्ष व अनेक आश्रमों के परमाध्यक्ष महन्त बंशी पुरी जी महाराज, राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद के प्रदेशाध्यक्ष व श्री गोविन्दानंद आश्रम ठाकुरद्वारा की महन्त सर्वेश्वरी गिरि जी महाराज, अरुणाय शिव धाम मन्दिर के महन्त विश्वनाथ गिरि, महर्षि मार्कण्डेय मन्दिर के महन्त जगन्नाथपुरी, काली मन्दिर पिहोवा के महन्त चमन गिरि ,श्री गोविन्दानंद आश्रम के सह संरक्षक वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, महन्त स्वामी मनजिंदर पुरी स्थान टिब्बा लुधियाना,महन्त लाल गिरि, महन्त गंगासागर भारती, सिद्धेश्वर धाम बड़कोट उत्तर काशी ,शिव शक्ति पीठ मन्दिर के महन्त स्वामी वेद पुरी जी महाराज, यमनोत्री से आये महन्त केशव गिरि , लक्ष्मी नारायण मन्दिर से स्वामी अनूप गिरि,पण्डित राधे राधे, स्वामी खड़ाग पुरी व श्रद्धालु सरपंच हरिंदर पाल सिंह, गुरेन्द्र सिंह, गुरप्रीत सिंह, केसर सिंह, चरणजीत सिंह, मलकीत सिंह व राजेश कुमार शर्मा इत्यादि मौजूद रहे। भण्डारे में गांव वासियों व श्रद्धालुओं ने पूरी सेवा भाव से सभी को प्रशाद खिलाया।