कुरुक्षेत्र 19 दिसम्बर:धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र के गीता प्रवेश द्वार पिपली से गुजरने वाले लोगों को गीता महाआरती की ध्वनी सुनने को मिलेगी। इस प्रवेश द्वार के साथ-साथ कुरुक्षेत्र के प्रमुख चौंकों पर ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग की महाआरती के श्लोंको को सुना जा सकेगा। अहम पहलू यह है कि इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार की तरफ से कोई बजट भी खर्च नहीं किया गया। इसका सारा खर्च संस्थाओं द्वारा स्वयं वहन किया गया है।
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुभव मेहता ने शनिवार को विशेष बातचीत करते हुए कहा कि उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ के प्रयासों से ही अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2020 में कुछ नया करने का प्रयास किया जा रहा है और इस बार कम से कम बजट में अच्छे से अच्छा करने का प्रयास भी किया जा रहा है। इस बार यह योजना बनाई गई कि कोरोना महामारी के कारण ब्रहमसरोवर और कार्यक्रम स्थलों तक पहुंचे तथा अपने घरों और प्रतिष्ठानों पर रहकर ही पुरुषोतमपुरा बाग में चलने वाले कार्यक्रमों का आनंद ले सके। इसकी व्यवस्था के लिए एंड्रायड वाई-फाई तकनीकी से शहर के प्रमुख चौंकों पर सांउड सिस्टम लगाए गए है। इस योजना पर सरकार की तरफ से पैसा ना खर्च किया जाए, इसके लिए केडीबी की तरफ से संस्थाओं से सम्पर्क किया गया और केडीबी के प्रयास सफल हुए।
"गीता प्रवेश द्वार पिपली में भी रोजाना श्रद्घालु सुन सकेंगे आरती, उपायुक्त के प्रयासों से 4 संस्थाओं ने अपने खर्चे पर लगाए साउंड सिस्टम"
उन्होंने कहा कि मैसर्ज केयरवैल इमपल्स प्राईवेट लिमिटेड के मालिक राजन गुप्ता व दीपक बंसल ने अपने खर्चे पर गीता द्वार पिपली और ब्रहमानंद चौंक, श्री वैश्य अग्रवाल पंचायत सभा की तरफ से मोहन नगर अग्रसैन चौंक, रोटरी क्लब के प्रधान कुलदीप चौपड़ा के प्रयासों से रोटरी चौंक, थानेसर मैन बाजार में आहुलवालिया चौंक पर आहुलवालिया एसोसिऐशन के अध्यक्ष नरेन्द्र वालिया की तरफ से एंड्रायड वाई-फाई तकनीकी का सांउड सिस्टम लगाया गया है। इतना ही नहीं शहर के सभी चौंकों पर सांउड सिस्टम लगाने के लिए सम्बन्धित संस्थाओं के प्रतिनिधियों को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया है।
सीईओ केडीबी ने कहा कि हर शहर वासी को महोत्सव के साथ जोडऩे के लिए ही समाज सेवी संस्थाओं के सहयोग से शहर के प्रमुख चौंकों पर साउंड सिस्टम लगाए गए है। इस प्रणाली से महोत्सव के कार्यक्रमों से शहरवासियों को साथ जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही ब्रहमसरोवर पर होने वाले कार्यक्रमों को नियमित रुप से महोत्सव के बाद भी सुना जा सकेगा। इससे धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की फिजा में सांय काल के समय में भक्तिरस भर जाएगा। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में सांध्यकालीन आरती, 21 दिसम्बर को गीता यज्ञ, 24 दिसम्बर को संत सम्मेलन, 25 दिसम्बर को वैश्विक गीता पाठ व दीपोत्सव जैसे कार्यक्रमों से आमजन को साथ जोड़ा जाएगा।