कुरुक्षेत्र 29 सितम्बर: अतिरिक्त उपायुक्त वीना हुड्डा ने कहा कि ऐजूकेशन के अंर्तगत आने वाले बिन्दुओं को सभी अधिकारी गंभीरता से लें, इन बिन्दुओं के विषय में किसी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने ऐजूकेशन के अंर्तगत आने वाले बिन्दु घर से पढाओं के विषय में कहा कि सम्बन्धित अधिकारी उनके अंर्तगत आने वाले स्कूलों के अध्यापकों को निर्देश दें कि बच्चों से रोजाना फोन से बात करें अगर वे फोन नहीं उठा रहे है तो उनके घर जाकर बच्चों से बात करें तथा उन्हें शिक्षा के प्रति जागरूक करें।
वे मंगलवार को एडीसी कार्यालय में ऐजूकेशन से सम्बन्धित शिक्षा विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि रोजाना जो काम ऑनलाईन वाटसएप गु्रप के माध्यम से दिया जा रहा है उसके बारें में भी जानकारी लें तथा साप्ताहिक क्विज के बारें में भी बच्चों को बताएं। इसके अलावा बच्चों के अभिभावकों से बातचीत करें तथा उनके बच्चें से सम्बन्धित रिपोर्ट दें तथा स्कूल की गतिविधियों के बारें में भी जानकारी दें। उन्होंने कहा कि जो अध्यापक और विद्यार्थी अच्छा कार्य करें तो उसको गु्रप में प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित करें। हर महीने ई-पीटीएम जरूर करें। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण स्कूल बंद है विद्यार्थी घर पर ही टीवी, स्मार्ट फोन व अन्य माध्यमों से शिक्षा ग्रहण कर रहे है। लॉक डाउन ने विद्यार्थियों ने क्या किया और अभिभावकों का क्या रूझान है, इसकी जानकारी ई-पीटीएम से मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि ईपीटीएम में अभिभावकों को कहें कि वे अपने बच्चों के साथ पढने के समय बैठे, ताकि बच्चों का शिक्षा के प्रति रूझान और ज्यादा बढ सके, यह करने से अभिभावकों को यह भी पता चलेगा कि उनका बच्चा शिक्षा ग्रहण कर रहा है या नहीं। प्रदेश सरकार द्वारा 9वीं से 12वीं कक्षा तक विद्यार्थियों को उनके विषय में अगर कोई समस्या आती है तो उस समस्या को हल करने के लिए अनुमति दी है परंतु सोशल डिस्टेसिंग, मास्क का प्रयोग, सेनिटाईज करवाना, यह चीजें हर अभिभावक और विद्यार्थी की पहली जिम्मेवारी होगी। एडीसी ने दीक्षा और शिक्षा मित्र के बारें में कहा कि इसमें अध्यापकों की अधिक से अधिक ट्रेनिंग करवाएं और शिक्षा मित्र के बारें में बच्चों को विस्तार से बताएं।
इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी अरूण आश्री ने बताया कि सक्षम ऐजूकेशन से सम्बन्धित अध्यापकों से समय-समय पर फीडबैक रिपोर्ट ली जा रही है। जिले में 908 शिक्षा विभाग से जुडे अधिकारी और कर्मचारी लगातार बच्चों से और अभिभावकों से बात कर रहे है तथा पीटीएम में भी बच्चों से फीडबैक लेते तथा उन्हें शिक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नई ऐजूकेशन पॉलिसी से सम्बन्धित अभिभावकों से फीडबैक लिया गया है जिसकी रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी जाएगी। इस अवसर पर सीएमजीजीए आशिमा टक्कर सहित सभी खंड शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे।