उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए चैकिंग करने के आदेश, महिला एवं बाल विकास विभाग बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को लेकर आमजन को करे जागरुक, कुरुक्षेत्र का लिंगानुपात पहुंचा 928 पर
कुरुक्षेत्र 28 सितम्बर: उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में कन्या भू्रण हत्या में संलिप्त लोगों को बख्शा नहीं जाएंगे, ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी और सलाखों के पीछे भेजने का काम किया जाएगा। इस जिले में स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग मिलकर संयुक्त अभियान चलाकर निंरतर चैकिंग करेंगे। इस जिले में लिंगानुपात के आंकड़े में ओर सुधार लाने की जरुरत है, फिलहाल इस जिले में लिंगानुपात का आंकड़ा 928 है।
उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ सोमवार को उपायुक्त कार्यालय में महिला एवं बाल विकास विभाग की एक बैठक को सम्बोधित कर रही थी। इससे पहले उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी नीतू, डिप्टी सिविल सर्जन अनुपमा सैनी, डिप्टी सिविल सर्जन एवं पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डा. आरके सहाय, डीएसपी ममता सौदा, सीएमजीजीए आशिमा टक्कर से पीएनडीटी एक्ट और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किए गए कार्यों की प्रगति और फीडबैक रिपोर्ट हासिल की है। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग से सम्बन्धित सभी प्रोजैक्टस और परियोजनाओं पर तेजी से काम किया जाए, जो प्रोजैक्ट पाईपलाईन में है, उनको तेजी के साथ आगे बढ़ाने का काम किया जाए।
उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को आईटी सेल के साथ अप टू डेट किया जाए ताकि सभी अधिकारी सोशल मीडिया के माध्यमों से एक-दूसरे के साथ जुड़े रहे और कोविड-19 को जहन में रखते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से ही एक-दूसरे से सम्पर्क बनाकर सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का काम कर सके। डीसी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुलिस विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों के साथ मिलकर भू्रण की जांच करने और इस जघन्य अपराध में शामिल लोगों को पकडऩे का काम करे। हालांकि सितम्बर माह में 3 एफआईआर दर्ज की गई है जो भू्रण की जांच करने में संलिप्त पाए गए है। इस जिले में अब तक कई मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है, सभी मामले अदालत में विचाराधीन है, इन केसों की अच्छी तरह से पैरवी की जा रही है ताकि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिल सके।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए ओर अधिक शिकंजा कसने की जरुरत है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अधिक से अधिक सैम्पल एकत्रित करे और 60 वर्ष के उपर आयुवर्ग के लोगों पर विशेष फोकस किया जाए। इस जिले में कोराना से होने वाली मौतों को रोकना है। सभी अधिकारी मिलकर काम करे और नियमित रुप से फीडबैक हासिल करे और इस फीडबैक के अनुसार लोगों को स्वास्थ सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाए।